Chalaak Lomadi Story- चालाक लोमड़ी की कहानी
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एक बार शानू नामक एक लोमड़ी को बहुत भूख लगी। वह भोजन की तालाश में इधर उधर भटकने लगी। तभी उसने वह एक शेर को देख लिया था , फिर शेर ने जोरदार आवाज में लोमड़ी को पुकारा लोमड़ी शेर के पास गई ,”तो उसने कहा,”अगर तुम मेरा शिकार नहीं ला सकते ,तो तुम्हारी चतुराई किस काम की ?”
शानू ने शेर को तसल्ली देते हुए कहा ,”महाराज ! मै आपके लिए शिकार जरूर लाऊंगा। ”
काफी देर सोचने के बाद शानू के दिमाग में एक तरकीब आया। वह अपने दोस्त नीकु गधे गधे के पास गया और उससे बोला महाराज शेर ने तुम्हे बुलाया है। वह तुम्हे अपना सहायक बनाना चाहते है। यह सुनकर नीकू गधा तत्काल उसके साथ चल दिया। शानू ने उसे शेर की गुफा में भेज दिया। ज्यो ही नीकु गुफा के अंदर गया, त्यो ही शेर ने उस पर छलांग लगाकर उसे मार डाला।
शेर गधे का मांस खाने ही वाला था कि चालाक शानू बोला ,”महाराज !! गधे का मांस खाने से पहले आपको नहा लेना चाहिए। ” जब शेर नहाने चला गया।, तो भूखी लोमड़ी नहीं रहा गया। वह गधे का दिमाग निकालकर झट से खा गया। जब शेर वापस आया तो उसे गधे का दिमाग नहीं दिखाई दिया। वह गरजता हुआ बोला गधे का दिमाग कौन खा गया ?लोमड़ी ने चालाकी से जवाब दिया , महाराज गधे में तो दिमाग ही नहीं होता है।
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