शंखचूड़ राक्षस की कहानी- एक शंखचूड़ राक्षस था जो धन कुबेर के देवता के दरबार में रहकर उनके कामो में हाथ बटाता था, एक दिन वह पृथ्वीलोक का घूमते -घूमते वृंदावन जा पंहुचा वहां उसने गोपियों को देखा उसने सोचा क्यों न इन गोपियों को उठाकर ले जाऊ। कृष्ण बासुरी बजा रहे थे गोपिया कृष्ण की बासुरी की धून में खोई हुई थी वही बलराम भी थे ,उस राक्षस ने गोपियों को पकड़ लिया और उन्हें उठाकर ले जाने लगा तभी गोपिया चिल्लाने लगीकृष्ण-कृष्ण हमे बचाओ।
कृष्ण ने अपनी आँखे खोली उस राक्षस को देखकर कृष्ण को बहुत गुस्सा आया तभी बलराम ने कृष्ण को जड़ से वृक्ष उखाड़कर दिया कृष्ण ने वृक्ष लेकर कृष्ण उस राक्षस की ओर दौड़ते हुए उसके पास आये ये देखकर राक्षस डर गया और भागने लगा कृष्ण ने उसे पकड़ लिए और सर अलग कर दिया इस तरह शंखचूड़ राक्षस मारा गया।
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